State Bank PPF Yojana: स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया हमारे देश का सबसे बड़ा बैंक है. बैंक की तरफ से अपने उपभोक्ताओं के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाए शुरू की गई है. इन सुविधाओं के जरिए बैंक ग्राहकों को काफी लाभ होता है. आज हम स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की एक ऐसी ही योजना के बारे में बात कर रहे हैं जो आपको अच्छा मुनाफा प्रदान करती है. एसबीआई की इस योजना का नाम पीपीएफ योजना है. योजना से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारी यह खबर देखनी होगी. ऐसे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे साथ बने रहे.
क्या है PPF Account
PPF या पब्लिक प्रोविडेंट फंड भारत में सबसे लोकप्रिय सेविंग स्कीम्स में से एक है. इस योजना को केन्द्रीय सरकार की तरफ से ऑफर किया जाता है तो इस योजना में निवेश किये गए पैसे व रिटर्न सुरक्षित व गारंटीड होते हैं. ऐसे में अगर आप इस योजना में अपना पैसा लगाते हैं तो वह बिलकुल सेफ रहता है. PPF को अन्य बचत योजनाओं जैसे, वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा योजना (SCSS), सुकन्या समृद्धि योजना व राष्ट्रीय बचत सर्टिफिकेट (NSC), आदि के साथ लॉन्च किया गया था.
इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे निवेशकों को लाभ उपलब्ध करवाना है. इन योजनाओं में आप न्यूनतम 500 रुपये के साथ निवेश शुरु कर सकते है. PPF विशेष तौर से उन लोगों के लिए है जो सुरक्षित व गारंटीड रिटर्न वाली बचत योजनाओं को ढूंढ रहे हैं और उनमें अपना पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं.
मिलता है Tax Benefit
PPF टैक्स लाभ भी ऑफर करता है, क्योंकि यह छूट-छूट-छूट (EEE) श्रेणी के अंतर्गत आता है. इसका अर्थ यह है कि पहले वर्ष, जिस वर्ष में PPF में निवेश किया गया है, में व्यक्ति को (धारा 80 सी के तहत) टैक्स में छूट मिलेगी. साथ ही, निवेश राशि के साथ PPF डिपॉज़िट पर अर्जित ब्याज पर भी कोई टैक्स नहीं देना होगा. PPF के लिए हर तिमाही पर सरकार द्वारा इंटरेस्ट रेट निर्धारित की जाती है. वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के लिए PPF की ब्याज दर 7.1% रखी गयी है.
PPF योजना की विभिन्न विशेषताएं
- PPF 15 साल की लॉक-इन अवधि वाला एक लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट है. इसका अर्थ यह है कि PPF खाते में जमा की गई राशि को मैच्योरिटी पर ही निकाला जा सकता है. यानी कि आप 15 साल बाद इसे निकाल सकते हैं. ये अवधि पूरी होने पर इसे 5 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है. समय से पहले विड्रॉल (पैसा निकालने) की अनुमति है पर सिर्फ इमरजेंसी में ऐसा किया जा सकता हैं.
- व्यक्तियों को न्यूनतम 500 रुपये सालाना का निवेश करना होता है. व PPF खाते में एक फाइनेंशियल वर्ष में मैक्सिमम निवेश 1.5 लाख रुपये तक हो सकता है.
- एक PPF खाता धारक अपने PPF बैलेंस के बदले लोन ले सकता है. हालांकि, खाता खोलने की तारीख से केवल तीसरे साल की शुरुआत और छठे वर्ष के लास्ट के बीच ही यह लोन लिया जा सकता है. अधिकतम लोन राशि PPF बैलेंस के 25% तक लिमिटेड है ( दूसरे साल के अंत में या लोन लागू होने वाले साल में ).
योजना के लिए जरूरी योग्यता
- सिर्फ एक भारतीय निवासी ही PPF अकाउंट खोल सकता है.
- NRI, PPF खाता नहीं खोल सकते है. हालांकि, एक निवासी भारतीय जो अकाउंट खोलने के बाद NRI बन गया है, वह मैच्योरिटी तक खाता जारी रख सकता है.
- माता-पिता / अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के लिए भी PPF अकाउंट खोल सकते हैं.
- इसमें जॉइंट अकाउंट और कई अकाउंट खोलने की अनुमति नहीं होती है.